कटनी / स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में अब न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन की शुरुआत की जा रही है। इसकी जानकारी सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पॉवर प्वॉइन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से डब्ल्यूएचओ के कटनी जिला प्रभारी डॉ रितेश बजाज ने दी। इस दौरान कलेक्टर विशेष गढ़पाले भी मौजूद थे। डॉ बजाज ने जानकारी देते हुये बताया कि सितंबर 2017 तक 141 देशों ने अपने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रमों में न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन को शामिल किया है।
डॉ बजाज बताया कि निमोनिया 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का प्रमुख कारण है। एन्टीबायोटिक्स के प्रति न्यूमोकोकस के बढ़ते प्रतिरोध को देखते हुये टीकरकरण के दौरान बीमारी को रोकने की जरुरत ज्यादा प्रबल हुई है। नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाईजेशन ने देश में न्यूमोकोकल न्यूमोनिया बीमारी के अत्याधिक भारत को देखते हुये भारत के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन की शुरुआत का समर्थन किया है। यह टीका 2017 से चरणबद्ध रुप से शुरु किया गया। जिसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश व बिहार के चिन्हित जिलों और पूरे हिमांचल प्रदेश से की गई। यह टीका इन राज्यों के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 6 हफ्ते, 14 हफ्ते, और 9 महीने के बच्चों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
अब इस टीके का विस्तार मध्यप्रदेश, बिहार के शेष जिलों, उत्तर प्रदेश के 6 नये जिलों और राजस्थान के 9 जिलों में किया जा रहा है। भारत सरकार ने हिब न्यूमोनिया एवं हिब मेनिंजजाईटिस के लिये टीकाकरण की शुरुआत की है। पीवीसी की शुरुआत के साथ भारत, न्यूमोनिया और दिमागी बुखार के खिलाफ अपनी लड़ाई मजबूत कर रहा है, ताकि बच्चों की जिंदगी बचाकर स्वस्थ्य राष्ट्र के अभियान में सहयोग किया जा सके।
डॉ बजाज ने निमोनिया के परिचय, न्यूमोकोकल बीमारियों, न्यूमोकोकल बैक्टीरिया द्वारा जनित बीमारियों, न्यूमोकोकल बीमारियों से जुड़ा आर्थिक भार, न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन की अवश्यकता के विषय में विस्तार से बताया।
डॉ बजाज बताया कि निमोनिया 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का प्रमुख कारण है। एन्टीबायोटिक्स के प्रति न्यूमोकोकस के बढ़ते प्रतिरोध को देखते हुये टीकरकरण के दौरान बीमारी को रोकने की जरुरत ज्यादा प्रबल हुई है। नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाईजेशन ने देश में न्यूमोकोकल न्यूमोनिया बीमारी के अत्याधिक भारत को देखते हुये भारत के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन की शुरुआत का समर्थन किया है। यह टीका 2017 से चरणबद्ध रुप से शुरु किया गया। जिसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश व बिहार के चिन्हित जिलों और पूरे हिमांचल प्रदेश से की गई। यह टीका इन राज्यों के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 6 हफ्ते, 14 हफ्ते, और 9 महीने के बच्चों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
अब इस टीके का विस्तार मध्यप्रदेश, बिहार के शेष जिलों, उत्तर प्रदेश के 6 नये जिलों और राजस्थान के 9 जिलों में किया जा रहा है। भारत सरकार ने हिब न्यूमोनिया एवं हिब मेनिंजजाईटिस के लिये टीकाकरण की शुरुआत की है। पीवीसी की शुरुआत के साथ भारत, न्यूमोनिया और दिमागी बुखार के खिलाफ अपनी लड़ाई मजबूत कर रहा है, ताकि बच्चों की जिंदगी बचाकर स्वस्थ्य राष्ट्र के अभियान में सहयोग किया जा सके।
डॉ बजाज ने निमोनिया के परिचय, न्यूमोकोकल बीमारियों, न्यूमोकोकल बैक्टीरिया द्वारा जनित बीमारियों, न्यूमोकोकल बीमारियों से जुड़ा आर्थिक भार, न्यूमोकोकल कॉन्ज्यूगेट वैक्सीन की अवश्यकता के विषय में विस्तार से बताया।
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