स्वच्छता पर जनता की धारणा और संतुष्टि के हिसाब से सतत् काम करना होगा - नगरीय विकास मंत्री श्रीमती सिंह
कटनी / स्वच्छता अभियान के तहत होटल अरिन्दम में आयोजित कार्यशाला में प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह, राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक शामिल हुये। स्वच्छता कार्यशाला में प्रदेश की विभिन्न नगर निगम का प्रतिनिधित्व करने वाले महापौरों ने भी शिरकत की।
प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि स्वच्छता राज्य और केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वच्छता का बहुत बड़ा अर्थ है। लेकिन हमें जनता की धारणा और संतुष्टि के हिसाब से सतत् काम करना होगा। शहर की स्वच्छता के प्रति शहरवासियों का मानस तैयार होना अनिवार्य है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वच्छता की दिशा में संचालित गतिविधियों के सार्थक परिणाम आ रहे हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में प्रदेश की बड़ी उपलब्धि पर सभी संबंधितों की सराहना भी कार्यशाला में मंत्री श्रीमती सिंह ने की। उन्होने कहा कि स्वच्छता अभियान में कटनी ने भी अच्छा काम किया है। लगभग 10 लाख की आबादी वाले शहरों में देखा जाये, तो कटनी की स्थिति सातवीं है। सामुदायिक शौचालय के लिय सतत् कार्य हो रहे हैं। 44 करोड़ 50 लाख की राशि कटनी को जारी की गई है। इस माह 6 करोड़ 18 लाख रुपये की राशि भी हम कटनी को जारी करने जा रहे हैं। वर्ष 2018 में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण में नगरीय निकायों में अधिक प्रतिद्धंता होने की बात भी नगरीय विकास मंत्री ने कही।
जानकारी देते हुये मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि प्रदेश में अमृत योजना के तहत चौंतीस जिलों में सीवर लाईन का काम हो रहा है। हमारे मुख्यमंत्री ने घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने की बात कही है। जिस दिशा में विभाग तेजी से काम कर रहा है।
राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि महापौर अब महज शोभा की वस्तु नहीं है। महापौर पद अब विकास का प्रतीक बन गया है। उन्होने कहा कि पब्लिक जब तक नहीं चाहेगी, शहर तब तक साफ नहीं होगा।
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने भी अपनी बात रखी। उन्होने कहा कि यह कटनी के लिये सौभाग्य की बात है कि, प्रदेश के महापौरों की कॉन्फ्रेन्स यहां आयोजित हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इस मेयर कॉन्फ्रेन्स से प्रदेश की सभी नगर निगमों को अग्रणी बनाने की बेहतर कार्य योजना बनेगी।
भोपाल शहर के महापौर आलोक शर्मा ने भी कार्यशाला में अपनी बात रखी।
खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद नागेन्द्र सिंह ने स्वच्छता के साथ ही विकास के लिये विजनरी प्लान बनाकर कार्य करने की बात कार्यशाला व महापौर सम्मेलन में कही। उन्होने सभी उपस्थित महापौरों से आज से तीस वर्ष को मद्धेनजर रखते हुये अपने शहर के विकास के लिये योजना बनाकर कार्य करने को कहा।
कार्यशाला में वर्तमान स्थानीय विधायक व महापौर रह चुके संदीप जायसवाल ने कहा कि नगर निगम के कचरा उठाने का समय निर्धारित है, तो अब हमें आम जनमानस के लिये भी कचरा फेंकने के लिये समय निर्धारित करने की जरुरत है। साथ ही उन्होन जनसंख्या नियंत्रण पर भी उचित प्लेटफॉमर्स पर बात करने का विषय उठाया।
ग्वालियर से आये महापौर विजय नारायण सेजवलकर ने भी अपने अनुभव कार्यशाला में साझा किये। उन्होने कहा कि स्वच्छता का मुख्य बिन्दु आदतों में बद्लाव लाना है। इसके लिये हमें जनमानस को मानसिक रुप से तैयार करना होगा।
इनके पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे कटनी में बहुत संभावनायें हैं। कटनी होलसेल का हब है। लॉजिस्टिक हब है। कटनी में संभावनायें अपार हैं। इस कार्यशाला के माध्यम से हमें मिलने वाले निष्कर्षों के साथ हम आगे बढ़ेंगे और कटनी को आगे लेकर जायेंगे।
स्वच्छता कार्यशाला और महापौर सम्मेलन में भोपाल महापौर आलोक शर्मा, ग्वालियार महापौर विजय नारायण सेजवलकर, खण्डवा महापौर सुभाष कोठारी, बुरहानपुर महापौर अनिल भोसले, देवास महापौर सुभाष शर्मा, रीवा महापौर श्रीमती ममता गुप्ता, उज्जैन महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, सागर महापौर अनिल दबे, मुरैना महापौर अशोक अरगल और छिंदवाड़ा महापौर श्रीमती कान्ता सदारंग शामिल हुईं।
कार्यशाला में नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला, कटनी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ध्रुव प्रताप सिंह, जिला योजना समिति के सदस्य पीताम्बर टोपनानी भी मंचासीन थे। इस दौरान पूर्व मंत्री श्रीमती अलका जैन, पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्धार एवं सुकीर्ति जैन, कलेक्टर विशेष गढ़पाले, नगर निगम आयुक्त संजय जैन, एमआईसी सदस्य और पार्षदगणों सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि स्वच्छता राज्य और केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वच्छता का बहुत बड़ा अर्थ है। लेकिन हमें जनता की धारणा और संतुष्टि के हिसाब से सतत् काम करना होगा। शहर की स्वच्छता के प्रति शहरवासियों का मानस तैयार होना अनिवार्य है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वच्छता की दिशा में संचालित गतिविधियों के सार्थक परिणाम आ रहे हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में प्रदेश की बड़ी उपलब्धि पर सभी संबंधितों की सराहना भी कार्यशाला में मंत्री श्रीमती सिंह ने की। उन्होने कहा कि स्वच्छता अभियान में कटनी ने भी अच्छा काम किया है। लगभग 10 लाख की आबादी वाले शहरों में देखा जाये, तो कटनी की स्थिति सातवीं है। सामुदायिक शौचालय के लिय सतत् कार्य हो रहे हैं। 44 करोड़ 50 लाख की राशि कटनी को जारी की गई है। इस माह 6 करोड़ 18 लाख रुपये की राशि भी हम कटनी को जारी करने जा रहे हैं। वर्ष 2018 में आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण में नगरीय निकायों में अधिक प्रतिद्धंता होने की बात भी नगरीय विकास मंत्री ने कही।
जानकारी देते हुये मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि प्रदेश में अमृत योजना के तहत चौंतीस जिलों में सीवर लाईन का काम हो रहा है। हमारे मुख्यमंत्री ने घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने की बात कही है। जिस दिशा में विभाग तेजी से काम कर रहा है।
राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि महापौर अब महज शोभा की वस्तु नहीं है। महापौर पद अब विकास का प्रतीक बन गया है। उन्होने कहा कि पब्लिक जब तक नहीं चाहेगी, शहर तब तक साफ नहीं होगा।
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने भी अपनी बात रखी। उन्होने कहा कि यह कटनी के लिये सौभाग्य की बात है कि, प्रदेश के महापौरों की कॉन्फ्रेन्स यहां आयोजित हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इस मेयर कॉन्फ्रेन्स से प्रदेश की सभी नगर निगमों को अग्रणी बनाने की बेहतर कार्य योजना बनेगी।
भोपाल शहर के महापौर आलोक शर्मा ने भी कार्यशाला में अपनी बात रखी।
खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद नागेन्द्र सिंह ने स्वच्छता के साथ ही विकास के लिये विजनरी प्लान बनाकर कार्य करने की बात कार्यशाला व महापौर सम्मेलन में कही। उन्होने सभी उपस्थित महापौरों से आज से तीस वर्ष को मद्धेनजर रखते हुये अपने शहर के विकास के लिये योजना बनाकर कार्य करने को कहा।
कार्यशाला में वर्तमान स्थानीय विधायक व महापौर रह चुके संदीप जायसवाल ने कहा कि नगर निगम के कचरा उठाने का समय निर्धारित है, तो अब हमें आम जनमानस के लिये भी कचरा फेंकने के लिये समय निर्धारित करने की जरुरत है। साथ ही उन्होन जनसंख्या नियंत्रण पर भी उचित प्लेटफॉमर्स पर बात करने का विषय उठाया।
ग्वालियर से आये महापौर विजय नारायण सेजवलकर ने भी अपने अनुभव कार्यशाला में साझा किये। उन्होने कहा कि स्वच्छता का मुख्य बिन्दु आदतों में बद्लाव लाना है। इसके लिये हमें जनमानस को मानसिक रुप से तैयार करना होगा।
इनके पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे कटनी में बहुत संभावनायें हैं। कटनी होलसेल का हब है। लॉजिस्टिक हब है। कटनी में संभावनायें अपार हैं। इस कार्यशाला के माध्यम से हमें मिलने वाले निष्कर्षों के साथ हम आगे बढ़ेंगे और कटनी को आगे लेकर जायेंगे।
स्वच्छता कार्यशाला और महापौर सम्मेलन में भोपाल महापौर आलोक शर्मा, ग्वालियार महापौर विजय नारायण सेजवलकर, खण्डवा महापौर सुभाष कोठारी, बुरहानपुर महापौर अनिल भोसले, देवास महापौर सुभाष शर्मा, रीवा महापौर श्रीमती ममता गुप्ता, उज्जैन महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, सागर महापौर अनिल दबे, मुरैना महापौर अशोक अरगल और छिंदवाड़ा महापौर श्रीमती कान्ता सदारंग शामिल हुईं।
कार्यशाला में नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला, कटनी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ध्रुव प्रताप सिंह, जिला योजना समिति के सदस्य पीताम्बर टोपनानी भी मंचासीन थे। इस दौरान पूर्व मंत्री श्रीमती अलका जैन, पूर्व विधायक गिरिराज किशोर पोद्धार एवं सुकीर्ति जैन, कलेक्टर विशेष गढ़पाले, नगर निगम आयुक्त संजय जैन, एमआईसी सदस्य और पार्षदगणों सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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