कटनी / मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के पॉंच वर्ष पूरे होने पर सम्मेलन आयोजित किया गया । जिसमें पहुंचे तीर्थ यात्रियों ने खुलकर अपने अनुभव रखे। साथ ही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर विधायक संदीप जायसवाल, महापौर शशांक श्रीवास्तव और जनपद पंचायत अध्यक्ष शैलेष कन्हैया लाल तिवारी ने पुष्प माला से तीर्थ यात्रियों का स्वागत अभिनंदन किया।
यह योजना 3 सितंबर 2012 को प्रारंभ हुई थी। जिले से पहली यात्रा 29 सितंबर 2012 को वैष्णों देवी के रवाना हुई थी। अब तक कुल 55 यात्राओं में जिले के तीर्थ यात्री जा चुके हैं। इस योजना का लाभ अब तक 12 हजार 178 तीर्थ यात्रियों ने लिया है। जिन्होने योजना के तहत चिन्हित तीर्थ स्थानों में पहुंचकर देव-दर्शन किये हैं।
सम्मेलन में सुखनंदी प्रसाद, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, श्यामलाल त्रिपाठी, बैशाली यादव, प्रहलाद कुशवाहा, घसीटा राम चौधरी, चिरौंजी लाल विश्वकर्मा और बाला प्रसाद ने तीर्थ यात्रा के दौरान के अपने अनुभव बताये। कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित अतिथियों ने मॉं सरस्वती के चित्रपट पर पुष्प अर्पित करते हुये दीप प्रज्वलित करते हुये किया। जिसके बाद विधायक ने तीर्थ यात्रियों के नाम मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन भी किया।
अपनी बात रखते हुये विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना राजनैतिक एवं प्रशासनिक दृष्टि के इतिहास में परोपकारी और भावनाओं से जुड़ने वाली सबसे महत्वपूर्ण योजना है। मुख्यमंत्री इसके लिये बधाई के पात्र हैं। मैने इतनी तीर्थ यात्रायें नहीं की हैं। लेकिन आज यहां उपस्थित तीर्थ यात्रियों का आर्शीवाद प्राप्त करके मुझे भी इसका पुण्य मिला है। वहीं महापौर शशांक श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को संवेदनशील योजना बताया। उन्होने कहा कि यह योजना अतुल्य है। राज्य सरकार सबका कल्याण करने वाली है और सबसे महत्पवूर्ण बात यह है कि यात्रा के दौरान आप लोगों को भी किसी तरह की तकलीफ नहीं हुई, यह बहुत अच्छी बात है।
सम्मेलन में जनपद पंचायत सदस्य, स्थानीय पार्षद सहित पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह, सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए, निगमायुक्त संजय जैन और एसडीएम राजेन्द्र पटेल सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधिगण भी मौजूद थे।
यह योजना 3 सितंबर 2012 को प्रारंभ हुई थी। जिले से पहली यात्रा 29 सितंबर 2012 को वैष्णों देवी के रवाना हुई थी। अब तक कुल 55 यात्राओं में जिले के तीर्थ यात्री जा चुके हैं। इस योजना का लाभ अब तक 12 हजार 178 तीर्थ यात्रियों ने लिया है। जिन्होने योजना के तहत चिन्हित तीर्थ स्थानों में पहुंचकर देव-दर्शन किये हैं।
सम्मेलन में सुखनंदी प्रसाद, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, श्यामलाल त्रिपाठी, बैशाली यादव, प्रहलाद कुशवाहा, घसीटा राम चौधरी, चिरौंजी लाल विश्वकर्मा और बाला प्रसाद ने तीर्थ यात्रा के दौरान के अपने अनुभव बताये। कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित अतिथियों ने मॉं सरस्वती के चित्रपट पर पुष्प अर्पित करते हुये दीप प्रज्वलित करते हुये किया। जिसके बाद विधायक ने तीर्थ यात्रियों के नाम मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन भी किया।
अपनी बात रखते हुये विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना राजनैतिक एवं प्रशासनिक दृष्टि के इतिहास में परोपकारी और भावनाओं से जुड़ने वाली सबसे महत्वपूर्ण योजना है। मुख्यमंत्री इसके लिये बधाई के पात्र हैं। मैने इतनी तीर्थ यात्रायें नहीं की हैं। लेकिन आज यहां उपस्थित तीर्थ यात्रियों का आर्शीवाद प्राप्त करके मुझे भी इसका पुण्य मिला है। वहीं महापौर शशांक श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को संवेदनशील योजना बताया। उन्होने कहा कि यह योजना अतुल्य है। राज्य सरकार सबका कल्याण करने वाली है और सबसे महत्पवूर्ण बात यह है कि यात्रा के दौरान आप लोगों को भी किसी तरह की तकलीफ नहीं हुई, यह बहुत अच्छी बात है।
सम्मेलन में जनपद पंचायत सदस्य, स्थानीय पार्षद सहित पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह, सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए, निगमायुक्त संजय जैन और एसडीएम राजेन्द्र पटेल सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधिगण भी मौजूद थे।
Comments
Post a Comment