( प्रबल सृष्टि ) काँग्रेस चाहे लाख कोशिशें कर ले फिर भी वह मध्य प्रदेश में सरकार नही बना पायेगी, मेरा यह दावा पक्षपात से भरा नही बल्कि आम जनता की राय के अनुसार है. पिछले दो माह के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के क़रीब एक सैकड़ा से अधिक लोगो से जब मैंने प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी ? इस बारे में बात की तो यह बात उभर कर सामने आई कि आमतौर पर सरकार तब बदली जाती है जब लोग व्यवस्था से तंग हो, लेकिन प्रदेश में ऐसी किसी भी स्थिति से लोग इंकार करते है. आम लोग बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को पूर्ववर्ती सरकारों से बेहतर बताते है, मोटे तौर पर जनता प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रभावित भी दिखती है, हां प्रशासनिक अधिकारियों की लालफीताशाही पर जनता जरूर कुछ खफा भी नजर आती है, जिसपर लगाम कसना उन्हें मुख्यमंत्री से अपेक्षित भी है.
मध्य प्रदेश की बागडोर मुख्यमंत्री के रुप में जब से शिवराज सिंह चौहान ने सम्भाली तब से प्रदेश प्रगति की राह् पर लगातार चल रहा है, इससे पहले का क्या जिक्र करना ? यह सभी जानते है कि प्रदेश की हालत तब क्या थी और अब क्या है. सामाजिक सरोकारों को महत्व देते हुए जो कार्य प्रदेश में जारी है उन्हें अब राष्ट्रीय स्तर पर भी महसूस किया जाने लगा है. खेती को लाभ का धंधा बनाने इन्होंने कोई कसर नही छोड़ी, जिसका नतीजा यह हुआ कि देश के राष्ट्रपति ने प्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने इसका श्रेय प्रदेश के किसानों को दिया, उल्लेखनीय यह भी है कि प्रदेश की कृषि विकास दर 18 प्रतिशत से ज्यादा है और यह अन्य प्रदेशों की तुलना में कही ज्यादा है.
मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जहां किसानों को कृषि कार्य के लिए शून्य प्रतिशत की ब्याज दर पर कर्ज़ मिल रहा है, कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय यह भी है कि इन नौ वर्षो में सिंचाई के रकवे में तीन गुना वृद्धि हो गई है जो की इस दिशा में उठाये गए कारगर कदमों का ही परिणाम है. जैविक खेती में तो प्रदेश को देश का सर्वाधिक कृषि क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है और इससे अभी और असीम संभावनाएँ है, हरित् क्रांति के पूर्व तो देश में जैविक खेती ही होती थी. यह वो तथ्य है जिनसे किसान बेहद खुश है वे तो अब खेती के परंपरागत तरीकों को महत्व देने लगे है .
मै वैसे खेती किसानी के बारे में ज्यादा कुछ तो नही जानता पर ग्रामीण किसानों के चेहरे पर खुशी तो महसूस कर ही सकता हूँ, हम लोग शहर में रहते है खेतों से वास्ता ज्यादा भी नही पड़ता लेकिन प्रदेश का मुख्यमंत्री अगर खेती किसानी को समझता है और प्रदेश के भविष्य को सँवारने के लिए वर्तमान में वह लगातार कारगर कदम उठाता जाता है तो गाँव शहर की तस्वीर निस्संदेह और भी खूबसूरत, खुश्हाल और स्वस्थ जीवन से भरपूर होती जायेगी, प्रदेश के सभी गाँव और शहरों की तस्वीर इन 9 वर्षो में बदल गई है अब लोगो का ऐसा विश्वास हो चला है कि प्रदेश सबसे मज़बूत राज्य बन जायेगा.
ऐसा नही है कि सब इतना आसान है इसमे भी कुछ भ्रष्ट और लापरवाह जन अपनी मनमर्जी जरूर करते है जिसका प्रभाव भी कुछ जरूर पड़ता है लेकिन लोगो को मुख्यमंत्री से इसे लेकर उम्मीद है कि ऐसे लोगो को तीसरी पारी में ठिकाने लगा देंगे और इसमे उन्हें कोई दिक्कत भी नही होनो चाहिए, इस बात को पुनः में दोहरा देता हूँ कि प्रदेश में तीसरी बार शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने जा रही है और यही सच है और सच को बदला नही जा सकता है, सच को तो स्वीकारना पड़ेगा.
मध्य प्रदेश की बागडोर मुख्यमंत्री के रुप में जब से शिवराज सिंह चौहान ने सम्भाली तब से प्रदेश प्रगति की राह् पर लगातार चल रहा है, इससे पहले का क्या जिक्र करना ? यह सभी जानते है कि प्रदेश की हालत तब क्या थी और अब क्या है. सामाजिक सरोकारों को महत्व देते हुए जो कार्य प्रदेश में जारी है उन्हें अब राष्ट्रीय स्तर पर भी महसूस किया जाने लगा है. खेती को लाभ का धंधा बनाने इन्होंने कोई कसर नही छोड़ी, जिसका नतीजा यह हुआ कि देश के राष्ट्रपति ने प्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने इसका श्रेय प्रदेश के किसानों को दिया, उल्लेखनीय यह भी है कि प्रदेश की कृषि विकास दर 18 प्रतिशत से ज्यादा है और यह अन्य प्रदेशों की तुलना में कही ज्यादा है.
मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जहां किसानों को कृषि कार्य के लिए शून्य प्रतिशत की ब्याज दर पर कर्ज़ मिल रहा है, कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय यह भी है कि इन नौ वर्षो में सिंचाई के रकवे में तीन गुना वृद्धि हो गई है जो की इस दिशा में उठाये गए कारगर कदमों का ही परिणाम है. जैविक खेती में तो प्रदेश को देश का सर्वाधिक कृषि क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है और इससे अभी और असीम संभावनाएँ है, हरित् क्रांति के पूर्व तो देश में जैविक खेती ही होती थी. यह वो तथ्य है जिनसे किसान बेहद खुश है वे तो अब खेती के परंपरागत तरीकों को महत्व देने लगे है .
मै वैसे खेती किसानी के बारे में ज्यादा कुछ तो नही जानता पर ग्रामीण किसानों के चेहरे पर खुशी तो महसूस कर ही सकता हूँ, हम लोग शहर में रहते है खेतों से वास्ता ज्यादा भी नही पड़ता लेकिन प्रदेश का मुख्यमंत्री अगर खेती किसानी को समझता है और प्रदेश के भविष्य को सँवारने के लिए वर्तमान में वह लगातार कारगर कदम उठाता जाता है तो गाँव शहर की तस्वीर निस्संदेह और भी खूबसूरत, खुश्हाल और स्वस्थ जीवन से भरपूर होती जायेगी, प्रदेश के सभी गाँव और शहरों की तस्वीर इन 9 वर्षो में बदल गई है अब लोगो का ऐसा विश्वास हो चला है कि प्रदेश सबसे मज़बूत राज्य बन जायेगा.
ऐसा नही है कि सब इतना आसान है इसमे भी कुछ भ्रष्ट और लापरवाह जन अपनी मनमर्जी जरूर करते है जिसका प्रभाव भी कुछ जरूर पड़ता है लेकिन लोगो को मुख्यमंत्री से इसे लेकर उम्मीद है कि ऐसे लोगो को तीसरी पारी में ठिकाने लगा देंगे और इसमे उन्हें कोई दिक्कत भी नही होनो चाहिए, इस बात को पुनः में दोहरा देता हूँ कि प्रदेश में तीसरी बार शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने जा रही है और यही सच है और सच को बदला नही जा सकता है, सच को तो स्वीकारना पड़ेगा.
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