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Showing posts from September, 2012

अवैध उत्खनन पर अब पुलिस कर रही कार्यवाही - 1992 से चल रही थी अवैध खदान, मामला किया उजागर

अवैध खनन क्या होता है और इससे क्या क्या नुकसान होता है आमतौर पर इससे आम जनता बेखबर ही रहती है शहरो गाँव के बीच से होकर गुजरने वाले छोटे बड़े वाहन में लदा   हुआ   खनिज कहा आ जा रहा है इस बात पर भी आम जनता का ध्यान नहीं रहता क्योकि आम जनता इस बात पर ही विश्वास रखती है की इसपर नजर और कार्यवाही करने  के लिए  खनिज विभाग है . कटनी जिला विगत  कई वर्षो से वैध अवैध खनन  के  मामलो में राष्ट्रीय स्तर  पर सुर्खियाँ बटोरता रहा है लेकिन   जिम्मेदार  खनिज विभाग द्वारा कोई कार्यवाही न होने की सूरत में  करोड़ों   रुपये के राजस्व  की चपत मध्य प्रदेश शासन को लग चुकी है इसी के चलते  अब कटनी जिले में अवैध उत्खनन को लेकर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है , मात्र कुछ ही दिनों में हुई कार्यवाही से  पुलिस को  बड़ी कामयाबी भी मिलती दिख रही है.  1 पोकलेन मशीन ,1  जे सी बी मशीन ,4  डम्फर ,  6 ट्रेक्टर सहित बड़ी मात्रा में बोक्साईट  जप्त करने के   साथ     साथ   पुलिस ने एक ऐसा बड़ा मामला उजागर कर दिया है जिसके उजागर होने से पूरा खनिज विभाग ही कई  सवालो के घेरे में आ गया है . पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्यवाही से

तालाब गहरीकरण सौन्दरीयकरण के नाम 20 लाख का घोटाला भ्रष्ट ठेकेदार , इंजीनियर पर कार्यवाही नहीं

नगर निगम कटनी द्वारा  विकास कार्यो के नाम पर खर्च की जाने वाली  80 प्रतिशत से भी  ज्यादा  राशि    भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ रही है ,  महापौर की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली  मेयर इन काउन्सिल की बैठको में लाखो करोडो के कार्य के प्रस्ताव  कागजो में  मंजूर   होकर  ज्यादातर   कागजो में ही तैयार हो जा रहे  है ,भ्रष्ट अधिकारी अपनी स्वीकृति लगाकर लाखो रुपये भ्रष्ट ठेकदारो की जेब में पहुँचाने का रास्ता बनाने का काम कर रहे है . इतना सब होने के बावजूद  क्या इस बात पर यकीन किया जा सकता है कि परिषद्  इस भ्रस्टाचार से  वाकई में अंजान है ? क्या आम आदमी से कर इसलिए ही वसूला जाता है कि इसे जैसे तैसे कर भ्रस्टाचार कि भेंट चढ़ाया  जाये ?   आम जनता की गाढ़ी कमाई से वसूले गए कर को विकास कार्यो के नाम नगर निगम के भ्रष्ट ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारी सब मिलकर डकार रहे है और मामले उजागर होने के बावजूद  जिम्मेदार जनों द्वारा  रहस्मय चुप्पी साधना भी कई सवालो को जन्म दे रही है . इन्ही  कारणों  से  तो  भ्रष्टाचारियों  की हिम्मत बढती है और  उनके   ऐसे  कारनामे  सुनियोजित तरीके से निर्विघ्न संपन  हो जाते है . माधव नगर

कटनी जिले में पुलिस ने किया व्ही केयर फॉर यू सेल का गठन

                                          कटनी - (मध्य प्रदेश ) यूँ तो मोबाइल फ़ोन के बेहद उपयोगी फायदे है लेकिन इसके साथ साथ इसका दुरूपयोग कर व्यक्तियों को परेशान करने की घटनाओ में भी वृद्धि  होती जा रही है  अपराध का शिकार होने वाला    जन मानस    इससे जुडी समस्याओ के निराकरण के लिए पुलिस के पास ही जाता है.  आम तौर पर ऐसे अपराधो की शिकार ज्यादातर महिलाये और छात्रायें  होती है . कटनी पुलिस ने भी अब मोबाइल फ़ोन से परेशान करने वालो पर लगाम कसने की  तैयारी   उच्च स्तर पर  कर ली है .   मोबाइल फ़ोन के द्वारा किये जाने अपराधो पर  सख्त  कार्यवाही करने के उद्देश्य से अब कटनी पुलिस ने  एक विभागीय सेल व्ही केयर फॉर यू  तैयार कर दिया है जिसमे शिकायते आने पर उनका  तत्काल समाधान किया जायेगा .                                       महानगरीय पुलिस कार्यप्रणाली  के  जैसे इस सेल का गठन पुलिस अधीक्षक राजेश हिन्गंकर की पहल से हो पाया है . इस  सेल का कार्यालय झिन्झरी स्थित  पुलिस अधीक्षक  कार्यालय में रहेगा  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सांघी इस सेल के प्रभारी अधिकारी नियुक्त किये गए है  .व्ही केयर फॉ

इस माध्यम से मध्य प्रदेश राज्य के कटनी जिले के रिहायशी क्षेत्र माधव नगर के नागरिको की पीड़ा आप तक पंहुचा रहे है

प्रति ,                                                                                                          18/ 09/ 2012  पर्यावरण एवं वन मंत्रालय                                                                                 भारत सरकार दिल्ली   विषय - रिहायशी  क्षेत्र में प्रदुषण के चलते  बढ़ रही  है  साँस सम्बन्धी बीमारियाँ , इससे तत्काल निजात दिलाये जाने के सम्बन्ध में प्रस्तुत है  यह जन  शिकायती पत्र         महोदय ,                                                            कटनी जिले में माधव नगर  सबसे बड़ा रिहायशी क्षेत्र है , इस क्षेत्र के पास ही बोक्साईट ,लेट्राईट , क्ले आदि की कई वैध अवैध खनिज खदाने निजी व्यक्तियों द्वारा कई वर्षो से  संचालित की जा रही है , खदानों से उत्खनन   कर उसके  परिवहन का कार्य हमारे माधव नगर क्षेत्र के बीच से किया  जाता रहा है . इस वजह से समस्त माधव नगर क्षेत्र में धूल ,मिटटी तथा  ध्वनि प्रदुषण बड़ी मात्र में  होता आ रहा है . रिहायशी  क्षेत्र से परिवहन  करने का मुख्य कारण यह है कि इससे एक चक्कर में करीब दो लीटर डीजल की बचत खदा

किसानो के बीच नयी तकनीक पहुँचाने खुला एक ज्ञान केंद्र

खेंतो में कौन सी तकनीक कारगर होकर लाभकारी स्थिति प्रदान करेगी इसकी जानकारी अगर समय समय पर किसानो के बीच पहुंचाई जाये तो यह कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा ही होगा. कुछ इन्ही प्रयासों की कड़ी में मध्यप्रदेश के कटनी जिले की तहसील बडवारा में एक कृषि ज्ञान केंद्र की स्थापना की गयी है जहाँ विकासखंड के किसान आकर कृषि से जुड़ी नयी नयी  जानकारी प्राप्त  कर सकेंगे .  किसानो के बीच इस केंद्र का लोकार्पण मध्यप्रदेश के  मछुआ  कल्याण  बोर्ड के अध्यक्ष मोती कक्ष्यप के द्वारा किया गया . लगभग 11.००  लाख  की  लागत से बने इस केन्द्र को मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा बनवाया गया है . जहॉ विकासखण्ड  के  किसान  पहुंचकर  कृषि  से  संबंधित  उन्नत  तकनीकी  प्रशिक्षण  प्राप्त  करेगें . इस अवसर पर एक  कार्यक्रम  के  जरिये   कृषक  प्रशिक्षण  शिविर  का आयेजन   किया गया .  कार्यक्रम  को संबोधित  करते  हुये  जिले  के  उपसंचालक  कृषि   ए के नागल  ने  कार्यक्रम  तथा  किसान ज्ञान केन्द्र  के  महत्व  के  संबंध  में  जानकारी  प्रदान  की  .  उन्होने  कहा  बायोगैस  किसानों के लिए वरदान है . कार्यक्रम को विधायक बड़वारा तथा मछुआ  

पुनर्वास भूमि समस्या सुलझाने यह है प्रशासन का फार्मूला

कटनी - माधव नगर की 399 एकड़  पुनर्वास भूमि की वर्षो से लंबित समस्याओ को सुलझाने की दिशा में अब एक ठोस  सकारात्मक पहल की शुरुआत जिला प्रशासन करना चाहता है , जिला कलेक्टर अशोक कुमार सिंह ने इसे लेकर अपेक्षित सहयोग भी माँगा है .इससे पहले  28 अगस्त को पुनर्वास तहसीलदार महेंद्र गुप्ता के खिलाफ सभी स्थानीय मिलर्स कटनी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पीताम्बर टोपनानी के नेतृत्व में विरोध करने पहुंचे .मिलर्स इस बात से नाराज थे कि पुनर्वास तहसीलदार महेंद्र गुप्ता द्वारा उनपर  12 करोड़ रुपये जुर्माना लगाये जाने की बात समाचार पत्रों के माध्यम से  कही  जा रही थी इसके साथ ही जुर्माना  अदा न होने पर 29 अगस्त से  कार्यवाही करने की बात भी उन्हें समाचार पत्रों से ही पता चली थी  जबकि इस सम्बन्ध में उन्हें किसी भी प्रकार का कोई नोटिस ही नहीं मिला था . देखा जाए तो पुनर्वास तहसीलदार का विरोध प्रदर्शित करने  आयोजित हुई इस बैठक से एक ठोस निष्कर्ष निकलकर भी सामने आया है ,  जिला प्रशासन ने अपनी मंशा साफ़ साफ़ जाहिर कर दी है कि पुनर्वास भूमि का समाधान वह किस तरह करना चाहता है .हालाकि जिला कलेक्टर कलेक्टर द्वारा पु

स्कौटलैंड पुलिस से कम नहीं कटनी पुलिस - इस मामले ने कुछ ऐसा साबित किया

           कटनी - जबलपुर पुलिस से सूचना मिलने के मात्र २ घंटे के अन्दर  कटनी पुलिस ने लूट के उस आरोपी  को अथक प्रयास से  पकड़ लिया जिसकी सूचना पूरी मध्य प्रदेश पुलिस को दी गयी थी .हुआ यूँ  कि  एक दिन  पहले यानि 6 सितम्बर की दोपहर को जबलपुर के सदर बाजार स्थित दीपाली ज्वेलर्स के दुकानदार को  झांसे में लेकर बिलकुल ही  अलग अंदाज में ज्वेलरी की लूट को अंजाम दिया गया . दोपहर एक बजे के आसपास ज्वेलरी की दुकान में  एक व्यक्ति आया  और उसने दुकानदार से कहा  कि बाहर कार में  एक अमीर घराने की महिला बैठी हुई है और उन्हें कुछ नए जेवर खरीदने है इसलिए  पहले चांदी का गिलास लेकर जाओ , दुकानदार ने भी अपने एक  बुजुर्ग कर्मचारी को चांदी की गिलास लेकर बाहर भेजा . जो व्यक्ति पहले दुकान में आया था उसने उस कर्मचारी को इशारे से बताया कि उस कार में मैडम बैठी है तभी  कार की तरफ से एक व्यक्ति और आया और उसने बुजुर्ग कर्मचारी से कहा कि यह चांदी के गिलास बहुत छोटे है,  कुछ  बड़े गिलास , सोने की अंगूठी और सोने की चैन नयी डिजाईन की लेकर आयो . जिसके बाद कर्मचारी पुनः दुकान के अन्दर गया और दुकान से 5 नग

शहर में भी गई दूषित पानी से तीन निर्दोष जनों की जाने , जिम्मेदार कौन ?

अगस्त माह के पहले हफ्ते में माधव नगर के बंगला लाइन क्षेत्र में दूषित पानी पीने की वजह से तीन निर्दोष जनों की जान असमय चली गयी और तीन दर्जन से ज्यादा नागरिक अस्पतालों में भर्ती हुए ,  अभी तक आंत्र  शोध सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रो में फ़ैल रहा था लेकिन माधव नगर क्षेत्र में आंत्र शोध फैलना यह  सामान्य घटना नहीं कही जा सकती , बंगला लाइन क्षेत्र में इस घटना से कई दिन पहले ही दूषित पानी की सप्लाई हो रही थी ,  जनसामान्य  इस मैले पानी को बरसात के मौसम की वजह से हल्के में ले रहा था वह इससे अंजान थे कि  दूषित पानी बोर वेल के रस्ते से होकर आया है , पुराने  ग्राम पंचायत चौराहे पर स्थित सामुदायिक भवन के पास के बोर वेलो के आस पास बरसात का पानी कई दिनों से भरा हुआ था , यही बाद में नागरिको की जान पर बन आया . इस घटना ने जिला प्रशासन और नगर निगम के हाथ पाँव फुला दिए थे . इस घटना से ठीक पहले जिला प्रशासन  ग्रामीण क्षेत्रो  में दूषित पानी की वजह से फैलने वाली बीमारियों को लेकर कई सवालो के घेरे  में था ऐसे में जिले के  मुख्य उप नगरीय क्षेत्र माधव नगर में दूषित पानी की वजह से निर्दोष  नागरिको की मौत होना और दर

माधव नगर जुलुस मार्ग भ्रस्टाचार की भेंट न चढ़ जाये

  राजनैतिक महत्वकांषाओं का शिकार बने एक मार्ग की जर्जर हालत यह बयां करती है  कि नागरिको की सुविधाओ से ज्यादा कुछ लोगो को अपने निजी स्वार्थ की चिंता ज्यादा है  . माधव नगर के बाबा नारायणशाह वार्ड स्थित किशनचंद मार्ग से होकर पोस्ट आफिस होते हुए आने वाले जर्जर  मार्ग से नागरिको को निजात अभी तक नहीं मिल पाई है .वैसे तो विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार ने इस मार्ग के लिए पौने चार करोड़ का बजट राज्य शासन से पास कराया है .कही सीमेंट से तो कही डामर से बनने वाले इस मार्ग की एक कहानी भी है . पूर्व में यह मार्ग नगर निगम के अधीन था और नगर निगम इसे  सत्तर लाख में पूरा  डामलीकृत बना भी रहा था इसके बाद यह  मार्ग  निगम और राज्य शासन के बीच उलझ कर रह गया इसके बावजूद  विधायक पोद्दार ने इसके लिए एक बड़ा बजट पास करवा दिया है , इस मार्ग के भूमिपूजन के लिए  जबलपुर से आते समय विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी के काफिले में शामिल पायलट वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गया था जिसकी वजह से एक पुलिस के जवान की मृत्यु  हो गयी थी तथा एक और पुलिस जवान की मृत्यु बाद में इलाज के दौरान हो गयी  कटनी - स्थानीय नागरिक चाहते थे क

ये क्या हो गया है अब बिजली विभाग को ?

वैसे कुलश्रेष्ठ के जाते ही बिजली विभाग की सक्रियता सभी मामलो में समाप्त हो गयी है चाहे अप्रत्याशित रूप से बढे  हुए बिजली बिलों में सुधार के मामले हो या बिजली ठेकेदारों की मनमानी हो , वर्तमान में विभाग प्रमुख विनोद राय जैसे  पुराने अधिकारी ऐसे कई मामलो में नाकामयाब रहे है . फीडर सेपरेशन में बिजली ठेकेदारों के  दर्जनों मामले सामने आये विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे रहे . आम आदमियों के घरो  के बाहर बिजली मीटर  लगाने में सक्रियता दिखाने वाला विभाग कुछ खास जगहों पर आते आते निष्क्रिय हो जाता है . जिनके यहाँ गलत रीडिंग के चलते बिजली बिल पहुंचे  वे विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगा लगा कर थक चुके  पर उनकी समस्याएँ हल नहीं हो सकी है . इस तरह की कई समस्याएँ अब विभाग सुलझाने में नाकामयाब होता जा रहा है जबकि कुलश्रेष्ठ साहब के रहते विभाग ने नए नए कीर्तिमान रचे थे . विनोद राय जैसे पुराने अधिकारी को इस और ध्यान देना चाहिए  जिससे बिजली विभाग की छवि जिले भर में धूमिल होने से बच सके

कलेक्टर - विधायक - महापौर दिलायें गरीब बुजुर्गो को उनका हक़

सामाजिक सुरक्षा पेंशन के सर्वे कार्य में बरती गयी भयंकर  लापरवाही के चलते नगर के सैंकड़ो पात्र वृद्ध अब दाने दाने को मोहताज है और इसके जिम्मेदार इस सर्वे को करने वाले नगर निगम और जिला प्रशासन के कर्मचारी है . प्रदेश शासन द्वारा अपात्र जनों को मिल रही पेंशन की शिकायतों के बाद जैन आयोग से  इसकी जाँच करायी गयी थी , जिले वार की गयी जाँच में वार्ड स्तर पर दल बनाये गए जिसमे नगर निगम के कर्मचारी और पटवारियों को पेंशन पाने वालो  के  भौतिक सत्यापन करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौपी गयी थी पर अफ़सोस कि इस गंभीर कार्य को लापरवाही से किया गया है इस कथित जाँच के बाद कई पात्र जनों की पेंशन  पिछले कई महीनो से बंद हो गयी है . संत कँवर राम वार्ड स्थित ऐसे ही दो पात्र जनों की पेंशन पटवारी जाँच रिपोर्ट के आधार  पर नगर निगम ने जब बंद कर दी तो इसकी शिकायत प्रबल सृष्टि के पास पहुंची . प्रबल सृष्टि ने तत्काल  इसकी समस्त जानकारी एस डी एम् तेजस्वी नायक को उपलब्ध करा दी , नायक साहब ने भी पटवारी ज्ञानेश्वर  तिवारी को इन वृद्धो की तत्काल जाँच सौपी जिसके बाद किये गए भौतिक सत्यापन में उन्हें  पात्र पाया गया  , वृ