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Showing posts from August, 2011

खेल अलंकरण समारोह सम्पन्न, मेजर ध्यानचंद को मिले भारत रत्न - मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली खेल पुरस्कार राशि को दो-गुना करने की घोषणा की है। इस घोषणा से उत्कृष्ट खेल प्रशिक्षकों को दिए जाने वाले विश्वामित्र सम्मान, लाइफ टाइम एचीव्हमेंट सम्मान, उत्कृष्ट खिलाड़ियों को दिए जाने वाले विक्रम सम्मान की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रूपये और 19 वर्ष से कम आयु वाली खेल प्रतिभाओं को दिये जाने वाले एकलव्य सम्मान की राशि 25 हजार से बढ़कर 50 हजार रूपये हो जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुन: दोहराया है कि भारत रत्न सम्मान सर्वप्रथम हॉकी के जादूगर स्व. मेजर ध्यानचंद को मिलना चाहिये। श्री चौहान आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर स्थानीय तात्या टोपे राज्य खेल परिसर के मार्शल आर्टस अकादमी हाल में खेल अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित 15 खिलाड़ियों को एकलव्य सम्मान, 9 को विक्रम सम्मान, 3 प्रशिक्षकों को विश्वामित्र सम्मान से विभूषित किया। उन्होंने लाइफ टाइम एचीव्हमेंट सम्मान खेल प्रशिक्षक स्वर्गीय डा. शफकत मोहम्मद खान के पुत्रों फ़राज और सिकंदर मोहम्मद खान को प्रदान किया। इ

युवा और देश का इतिहास

आधुनिक विचारों के धनी भारतीय युवा युवा किसी भी देश के विकास में महत्वपूर्ण होते हैं, उन्हें अच्छे बनने की प्रेरणा इतिहास से मिलती है। भारत को युवाओं का देश कहा जा सकता है और देश की तरक्की में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। आज ही नहीं, आजादी से पहले ही युवा देश के विकास और आजादी में काफी आगे रहे हैं। देश के पूरे स्वतंत्रता आंदोलन में युवाओं का जोश व मजबूत इरादा हर जगह नजर आया है। चाहें वह महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंहिसात्मक आंदोलन या फिर ताकत के बल पर अंग्रेजों को निकाल बाहर करने का इरादा लिए युवा क्रांतिकारी, सभी के लिए इस दौरान देश की आजादी के सिवाय बाकी सभी चीजें गौण हो गई थीं। स्कूल, कॉलेज राष्ट्रीय गतिविधियों के प्रमुख केंद्र बन रहे थे। इस दौरान शिक्षा का मतलब ही राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली बन गया था। जिसके अंतर्गत अंग्रेजी स्कूलों मिशनरी शिक्षा संस्थानों का बहिष्कार किया गया। भगत सिंह 23 साल की उम्र बहुत नहीं होती। उम्र के जिस पडाव पर आज के युवा भविष्य, कॅरियर की उधेडबुन में रहते हैं भगत सिंह ने उसी उम्र में अपना जीवन ही राष्ट्र के नाम कर दिया था। दुनिया उन्हें फिलोशफर रिवोल्य

अन्ना हजारे ने तोड़ा अनशन, देशभर में जश्न

संसद में अपनी तीन मांगों का प्रस्ताव पारित होने के बाद गांधीवादी अन्ना हजारे ने 13वें दिन 288 घंटे लंबा अपना अनशन खत्म कर दिया। पश्चिमी दिल्ली के सुंदर नगर की 5 साल की सिमरन और इकरा ने 10.20 बजे शहद मिश्रित नारियल पानी पिलाकर अन्ना का अनशन खत्म करवाया। अनशन तोड़ने के बाद विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि उन्होंने अपना अनशन सिर्फ स्थगित किया है लेकिन उनकी लड़ाई जारी रहेगी। असली अनशन पूरी लड़ाई जीतने के बाद ही टूटेगा। जीत की खुशी ने अन्ना के चेहरे से थकान की रेखाएं मिटा दी थी। अन्ना ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जनता के मुद्दों से संसद इंकार नहीं करेगी, लेकिन यदि संसद ने इंकार किया, तो जन संसद को तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि आज यह बात साबित हो गई है कि जन संसद, दिल्ली की संसद से बड़ी है। जन संसद जो चाहेगी, दिल्ली की संसद को उसे मानना होगा। अन्ना ने कहा कि हमें बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान के तहत इस देश में परिवर्तन लाना है। आज यह साबित हो गया है कि परिवर्तन लाया जा सकता है। हम भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं। अन्ना ने कहा कि आज सत्ता के केंद्री

भाजपा सांसद को देनी पड़ेगी शेहला मामले में सफाई!

सामाजिक कार्यकर्ता शेहला मसूद हत्याकांड की जांच में लगी पुलिस का आए दिन चौंकाने वाले तथ्यों से सामना हो रहा है। शेहला के संबंध भाजपा के एक चर्चित राज्यसभा सदस्य से भी होने का पता चला है। हत्या से पहले दोनों के बीच फोन पर बात भी हुई थी। पुलिस अब सांसद से कुछ बातों की जानकारी के लिए उन्हें नोटिस जारी करने पर विचार कर रही है। शुक्रवार को ही पुलिस ने भोपाल के भाजपा विधायक ध्रुव नारायण सिंह से पूछताछ की थी। पुलिस जांच में पता चला है कि आरटीआइ कार्यकर्ता शेहला के पिछले सालों में कुछ नेताओं से काफी मधुर संबंध बन गए थे। विधायक धु्रव नारायण सिंह द्वारा बनाई गई उदय संस्था तो अब शेहला ही चला रही थीं। जब ध्रुव नारायण पर्यटन निगम अध्यक्ष थे, तब शेहला की कंपनी को कई काम मिले थे। ध्रुव नारायण ने पुलिस को दिये लिखित बयान में बताया है कि हत्या के एक-दो दिन पहले ही इतवारा में हुए सांप्रदायिक विवाद पर शेहला से उनकी बात हुई थी। पुलिस को पता चला है कि भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी एके भंट्टाचार्य से शेहला का धन के लेन-देन को लेकर विवाद था। इसके अतिरिक्त हाल ही में शेहला की कांग्रेस नेता व रीवा स्टेट क

बाल हृदय उपचार योजना की मॉनिटरिंग के लिये राज्य स्तरीय समिति गठित होगी

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की मॉनिटरिंग के लिये राज्य स्तरीय समिति गठित की जाये। उन्होंने कहा कि यह राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। इसकी लगातार मॉनिटरिंग हो। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहाँ मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की समीक्षा बैठक में दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य की अध्यक्षता में गठित इस समिति में स्वास्थ्य आयुक्त, निदेशक चिकित्सा शिक्षा और मुख्यमंत्री के सचिव सदस्य रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों को जिंदगी देने वाली इस योजना की प्रकरणवार मॉनिटरिंग करें। योजना की संभाग स्तर पर गठित समितियों की नियमित बैठक हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि संभागीय स्तर पर चिन्हांकित बच्चों की सूची प्रत्येक जिले के कलेक्टरों और महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को दी जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि बच्चों के हृदय की शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ और अनुभवी चिकित्सकों से ही करवायी जाये। बाल हृदय उपचार के बारे में मेडिकल कॉन्फ्रेंस बताया गया कि ब

घोर घोर रानी ’ का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में

जनसम्पर्क संचालनालय मध्यप्रदेश द्वारा निर्मित लघु फ़िल्म ‘ घोर घोर रानी ’ का प्रदर्शन बैंगलुरू में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह ‘ वाइसेस फ्रॉम वॉटर्स ’ में किया जाएगा। यह समारोह 26 से 28 अगस्त 2011 तक चलेगा। समारोह में पानी और स्वच्छता से जुड़े मुद्दों पर बनी फ़िल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। ‘ घोर घोर रानी ’ में मध्यप्रदेश के ‘पानी रोको अभियान ’ का संदेश बच्चों के पारंपरिक लोकप्रिय खेल की संगीतमय प्रस्तुति के साथ सहज रूप से दिखाया गया है। फ़िल्म का निर्देशन सुनिल शुक्ल ने किया है। फ़िल्म की परिकल्पना कवि-कथाकार ध्रुव शुक्ल ने की है।

बस हादसे में मरे लोगों के परिजनों को मिली लाठियां

सेंधवा में रविवार को बस में आग लगाए जाने पर मारे गए लोगों के परिजनों ने सोमवार को चक्का जाम कर दिया। परिजनों की माग थी कि बस में आग लगाने वालों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए। पुलिस ने चक्का जाम कर रहे लोगों पर लाठिया भाजकर उन्हें खदेड़ दिया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के घर पहुंचकर परिजनों को ढाढस बंधाया और सहायता राशि बढ़ाने की घोषणा की। सेंधवा में बस में आग लगाने की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने सेंधवा में हंगामा किया। मृतकों के परिजनों ने सेंधवा में एबी रोड पर चक्का जाम कर दिया। मृतकों के परिजन पुलिस से माग कर रहे थे कि हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उनको कड़ी सजा दी जाए। परिजनों की नाराजगी इस बात से भी थी कि घटना के बाद पुलिस दूसरे दिन भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस की समझाइश के बाद जब लोग अपनी माग पूरी होने तक हटने को तैयार नहीं हुए तो चक्का जाम कर रहे लोगों को पुलिस ने लाठियां भाजकर खदेड़ दिया और 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोपहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे। हादसे में सभी मरने वालों को जिला प्रशासन ने 1-1 ल

अन्ना हजारे के व्यक्तित्व की उपासना से बचना चाहिए : प्रशांत भूषण (साक्षात्कार)

Interviewee : प्रशांत भूषण Interviewer : आईएएनएस Interview Date : 21,August,2011 नई दिल्ली ! हजारों लोग इन दिनों प्रतिदिन रामलीला मैदान पहुंच रहे हैं। उनकी उम्मीदें बस एक ही शख्स पर टिकी हुई हैं और वह हैं अन्ना हजारे। लेकिन टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण महसूस करते हैं कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को 'वैयक्तीकरण' से बचाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता अपने जन लोकपाल विधेयक पर पड़ी सिलवटों को मिटाना चाह रहे हैं। भूषण ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, ''मैं व्यक्तित्व पर अधिक जोर देने के पक्ष में नहीं हूं। अन्ना हजारे के नाम पर आंदोलनके व्यक्तित्व की उपासना से बचना चाहिए।'' जन लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने वाली समिति में शामिल वकील ने कहा, ''लोगों का ध्यान अन्ना पर केंद्रित है, क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व उनकी जरूरतों को पूरा करने में नाकाम रहा है। राजनीतिक वर्ग ने अपनी भूमिका खो दी है। राजनेताओं पर से लोगों का विश्वास पूरी तरह उठ चुक है।'' इसी वक्त उन्होंने कहा, ''हमने इतने भारी समर्थन की उम्

हर एक फ्रेंड जरुरी होता है

घडी घडी कुछ शेयर करे , दोस्तों की बात पर कमेन्ट कभी कभी करे , अपने द्वारे वह सबको चाहे , खुद किसी के द्वार न जाये , ऐसा है हर फ्रेंड यहाँ पर फिर भी जरुरी है फ्रेंड यहाँ पर , कुछ न कहे फिर भी तो सुन लेता है वो , रोज रोज नहीं .. कभी तो थोडा संग हो लेता है वो ..जिंदगी के हर मोड़ पर हर एक फ्रेंड जरुरी होता है ।

कटनी में भ्रस्टाचार के विरोध में धरने पर बैठे लोग

पुलिस एफ आई आर पर तुरंत कार्यवाही करे - शिवराज सिंह चौहान

भोपाल - शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को आमजन के साथ मित्र के समान व्यवहार करने की सलाह दी है। चौहान का मानना है कि मित्रतापूर्ण व्यवहार से आम आदमी खुलकर अपनी बात कह सकेगा। पुलिस एफआईआर पर तुरन्त और प्रभावी कार्रवाई करे। वे शनिवार को रायसेन, शाजापुर, शहडोल और पन्ना के कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर चर्चा कर रहे थे। चौहान ने साफ शब्दों में अपने अफसरों से कहा कि एफआईआर दर्ज करने में किसी प्रकार की हीला-हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे समाज के विभिन्न समुदायों और ग्रामों के साथ सीधा संवाद बनाए रखें और क्षेत्र की सतत निगरानी करें। आमजन को परेशान करने वालों के विरुद्ध बिना किसी विलंब और विचार के तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था को दोष रहित बनाने पर विशेष बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन-समस्याओं के समाधान में कसावट लाई जाए। किसी भी व्यक्ति को समाधान के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े।

मेरा एक कवि मित्र कई दिनों से गायब है

मेरा एक कवि मित्र पिछले कई दिनों से गायब है ... वैसे वो पुलिस वाला है ...शायद उसने अपना कवि ह्रदय छोड़ दिया हो .... अब वो सिर्फ पुलिस हो लिया हो ... तब तो नहीं ही मिलेगा ... उस कवि को तो पुलिस ढूंड लेती ... पुलिस वाले को कहा ढूंढे ... हो सकता है उसने शादी कर ली हो ....हमें दावत न देनी पड़े इसलिए कही जा छुपा हो ...इस तरह के कई आते है मन में विचार .... मेरे मित्र तुम जहा भी हो यह सन्देश पड़ते ही आ जायो ...तुम्हारी विरह में आधा हो गया हू ।

चमकते चौराहों को अब चमकाती क्यों अँधेरा नही भगाती ये मोमबतिया

शहर के चमकते चौराहों , चमकती सडको पर शहर के लोगो को हाथ में आये दिन मोमबत्ती लिए देखकर यह एक सुपरहिट विचार आया की क्यों न मोमबत्ती का कारखाना ही लगा लू । शहर को भी इसकी आदत पड़ गयी अँधेरा भगाने के लिए नही .... उजियारे चौराहों को और चमकाने की , है न फाएदे का काम यह सोचकर में खुश हुआ पर मेरे एक शहरी मित्र को यह पसंद नही आया फिर उसने ही मुझे यह शहरी राज बताया की अबे इसे रोज रोज कोई नही लेगा ... इसका सीजन चलता है ... मौका रहता है । मैंने कहा यार गाँव के कई घरो में रात को रौशनी नही रहती ... हो सकता है मेरी मोमबत्तिया खरीदकर लोग इन्हें देने लगे ... मेरा मित्र जोर से हँसा और कहा ... यह विशेष मोमबत्तिया रहती है , यह अँधेरा नही भगाती ... यह बस चमकते चौराहों को ही चमकाती है ... फिर भी मेरा जोश इन मोमबत्तियो की संख्या देख कायम है ...आप मेरे पार्टनर बन जाए तो हम मिलकर मोमबत्ती का कारखाना लगाये ... कमाई आधी आधी ... डिमांड देखकर तरह तरह की मोमबत्तिया बनाये ... आयो कुछ कर दिखाए ।
पुरुष का काम सिर्फ पाना है , इसलिए कोई ऊँगली नहीं उठती , और स्त्री का काम सिर्फ दुसरो को देते रहना है और देने वाले जब कुछ पाने चाहते है तो वह पुरषों को अमर्यादित लगता है ... मांगने वाले से देने वाला बड़ा है ..और जो बड़ा है उसे ही दुसरो के लिए अपना कुछ छोड़ना पड़ता है
अज्ञानता अंधकार की निशानी है - ज्ञान उजाले का
सर जो तेरा चकराए दिल डूबा जाये आजा प्यारे पास हमारे काहे घबराये

तुम्हारी रहमत से ही मेरा सोभाग्य

मेरे सतगुरु बाबाजी आपने अपने अंश को मुक्ति दे दी है .... में कैसे आपका शुक्रिया अदा करू ...करोडो जुबान भी हो करोडो आँखे हो ....तब भी में तिल भर तुम्हारा शुक्रिया वंदना नहीं कर सकता .....तुम्हारी रहमत से ही मेरा सोभाग्य बना है ....तुम जो मिल गए हो ।

मेरी स्वतंत्रता मना रहे हो ... मेरी भी तो सुनो

परतंत्र से स्वतंत्र हुए मुझे आज ६४ वर्ष हो गए ... मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं की में सिर्फ शरीर यानि सिर्फ भोगोलिक रूप से ही अपने आपको बस स्वतंत्र पता हू ..... मेरी आत्मा अभी तक कैद है उसे आज़ादी मिली नहीं ... इसलिए ही अभी तक अधूरा हू ... मेरा एक अंग दूसरे अंग को काटता है .... एक हिस्सा दूसरे हिस्से की बात नहीं मानता ....मेरा खून अब नाड़ियो से ज्यादा नालियो में बहता है ... फिर भी जिन्दा हू ... जब मेरी आत्मा कैद से निकल कर अपने असल रूप को देख लेगी ... में जीने लगूंगा... सही कह रहा हू .... मेरा विश्वास तो करो । अच्छा फिलहाल चलता हू । आपको मेरे स्वतंत्रता दिवस की बधाई ॥ मुझे अगले साल भी यूहि प्यार करना ।

में ऐसा ही हू

बिजली के मीटर पर चुम्बक रखता हू ... रेल के आरक्षित डिब्बे में साधारण टिकट पर यात्रा करता हू ...आयकर तो क्या सेल टैक्स नहीं भरता हू ...सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का केस चल रहा है ...माँ को वृधाश्रम भेज दिया है ....भाई से पटती नहीं ... पड़ोसिओ से झगडा है ... शौपिंग माल से ब्रांडेड सामान ही खरीद करता हू .... तन्खा कम है लेकिन कैसे भी जुगाड़ बना लेता हू , "जुगाड़ "समझ गए न ..... वैसे में भी भ्रस्टाचार के खिलाफ हू , यकीन न हो तो मुझे देख लो .... में भी अन्ना के साथ हू । अच्छा नमस्ते चलता हू ।

में तो रोज रक्षा बंधन निभाता हु

आज रक्षा बंधन सभी मना रहे है अपनी अपनी बहनों से सभी राखी बंधवा कर उन्हें कुछ न कुछ जरूर देंगे में भी कुछ मुट्ठी भर पैसे कमा लू तो ही तो घर जाऊ...क्या करू रक्षा बंधन तो वैसे ही सारा साल मनाता हू.... अपने बीवी बच्चो का पेट भरने का बंधन है मुझ पर ....बेटियों की शादी भी करनी है...मेरी बहन अपने ससुराल में है ....राखी भेज दी है...जब आएगी ...कुछ उसे भी दूंगा ...आज बारिश भी बहुत है...आपसे बात ही करता रहूँगा तो ..परिवार का रक्षा बंधन कैसे पूरा करुगा ।

दो बोल मीठे

दो बोल मीठे बोल के सुख सबको दिया करे ..जीवन बड़ा अनमोल है इसे हर पल जिया करे ..बोली बने मधुर अगर मन में मिठास हो ..करनी व कथनी एक हो, वो जीवन जिया करे ..दो बोल मीठे बोल के सुख सबको दिया करे ।