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Showing posts from June, 2011

खुशियों ने कर रखा है गिरफ्तार मुझे

तेरी मुस्कान पर आ रहा है प्यार मुझे ,,, इस कदर अच्छा लग रहा है तेरा दीदार मुझे । जी तो करता है तेरी याद में गुजरे हर पल ,,,, दूर ले जाते है दुनिया से मेरे ही अब विचार मुझे । जुल्फ सुलझी है न सुलझेगी मेरे इस सच की कभी ,,,,, इक तेरा इशारा जगा जाता है मुझे । बात ये ख्वाब में भी मेने सोची न थी कभी ,,,खूब कर रखा है खुशियों ने गिरफ्तार मुझे ।
पुलिस और रिफोर्म दो अलग अलग महत्त्व के नाम है पुलिस के कार्यो में रिफोर्म की आवश्यकता महसूस की गई इसलिए इसे जोड़ कर पुलिस रिफोर्म इंडिया बनाया गया था । समय समय पर बनी कमेटियो ने इसपर रिपोर्ट दी है लेकिन अब खुद सुधार के लिए बनी संस्था ही इन रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से डर रही है । आखिर उसे देश की पुलिस पर मोर बनने का मौका मिल गया । यहाँ भी बाते सिर्फ बातो तक ही सिमित रह गई है कई बड़े बड़े लोग इससे जुड़े है लेकिन मतलब की बात हो ही नहीं रही । मुझे लगता है पुलिस रिफोर्म इंडिया अब एक ओपचारिकता निभाने तक सिमित भर रह गयी है ।

मेरे सतगुरु मुझसे नाराज मत होना .

मेरे सतगुरु मेरे ऊपर तुम्हारी असीम कृपा है हर पल मुझे तुम्हारी ही टेक है। एक राजा को भी इतना आराम नहीं मिलता होगा जितना तुम्हारी कृपा से मुझे मिलता है । तेरी रहमत है। मेरी तरफ से में तुम्हारे लिए कुछ भी नहीं कर पाया हूँ । बिलकुल थोड़ा सा ही सिमरन थोड़ा सा सत्संग और सेवा तो बिलकुल भी नहीं कर पाताहूँ । मेरे अवगुणों को न देखते हुए तुमने मुझपे रहमत की है । फिर भी मुझे अहंकार आ जाता है तो ठोंकरे मिलती है लेकिन तुम संभाललेते हो । मेरे जैसे करोडो नासमझ लोगो का ही तुम उद्धार करने ही निरंकार से साकार रूप में तुम आये हो । तुम मुझसे कभी नाराज मत होगा मेरे सतगुरु । तुम्हारा सिर्फ तुम्हारा । मुरली

मोबाइल टावर गिरा तो नगर निगम जिमेदार नहीं .

अगर कोई मोबाइल टावर गिरता है और उससे किसी की जान माल की हानि होती है तो नगर निगम की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। रुपयों की लालच में नगर निगम के अधिकारिओं ने यह भी नहीं देखा है की टावर मकानों की उपरी छतो पर लगा दिए गए है। एन ओ सी जारी करने वाले निगम के अधिकारी यह नहीं देखते की प्राकृतिक आपदा आने पर कितना खतरनाक नुकसान हो सकता है । ज्यादातर टावर रिहाइशी जगहों पर लगे है । यह भी । तो एक भ्रस्टाचार का नमूना है । यह सिर्फ कटनी नहीं सभी जगह का हाल है ।

हर इंसान को एक दुसरे की आवश्यकता का अहसास रहें.

अपने हितों का ख्याल रखना कोई बुरी बात नहीं , लेकिन यदि हम अपने हितों तक ही सीमित होकर रह जाए और केवल अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए ही प्रयास करे तो हमारा स्वार्थ बुरा सिदथ होगा । प्रकर्ति के नियमो में प्रत्येक व्यक्ति का स्वार्थ एक दुसरे व्यक्तियों के साथ इसलिए जुड़ा हुआ है ताकि हर इंसान को एक दुसरे की आवश्यकता का अहसास रहे। स्वाभाविक बात है की जब एक व्यक्ति केवल अपने ही स्वार्थ के लिए सोचेगा तो उसका स्वार्थ अवश्य दूसरों के स्वार्थ के साथ टकराएगा । ऐसी स्थिती में यदि इंसान परस्पर समझोते की राह नहीं अपनाएगा और अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए हर योग्य अयोग्य साधन अपनाने का प्रयत्न करेगा तो उसकी जिद अवश्य दुसरो के लिए परेशानी बनेगी और दुसरे इस बात को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

पुलिस रेफोर्म इंडिया और रेफोर्म की दिशा में क्या उठे है कदम ?

आजादी के बाद से पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार की जरुरत महसूस हुई क्योकि यह समझा गया की पुलिस के लिए यह जरुरी है इसलिए पुलिस रिफोर्म बनाया गया । इस विषय पर कई कमेटियां बनी जिन्होंने अपनी रिपोर्ट सरकारों को सोंपी है लेकिन इस पर क्या सुधार आदि किया गया है यह देश का आम आदमी नहीं जानता है। इसलिए पुलिस रेफोर्म इंडिया से यह निवेदन कर रहा हू की ऐसी रिपोर्ट उनके पास हो तो उसे फेसबुक पर सार्वजनिक करे जिससे मेरे जैसे आम आदमी को पता चल सके की सुधार की दिशा में रिपोर्ट्स क्या कहती है और क्या कदम उठाये भी गए है ?